देशधर्म क्या होता है, ये हिन्दू मुस्लिम क्या जाने? जिसने देहरी पार न की, मौसम की रंगत क्या जाने? जिनको नींद नहीं मिलती है, भूखी नंगी रातों में, वो रोटी पेट समझने वाले, स्वप्न हकीकत क्या जाने? गीदड़ के शागिर्दों की अब, फौज बड़ी चाहे जितनी हो, ... जूंठे टुकड़ों पर पलने वाले, शेरों की ताकत क्या जाने उनसे आशा क्या करना जो, माँ पर छुरी चलाते हों, वो अर्थशास्त्री पैसे वाले, आँसू की कीमत क्या जाने? ताज पहन कर करें गुलामी, ऐसे मुर्दों की कमी नहीं, चमचागीरी करने वाले, अपना फर्ज निभाना क्या जाने? Facebook Status of Satya Pal Kataria June 3,2013
"नियामक" शब्द रुडयार्ड किपलिंग की कविता "If" के हिन्दी अनुवाद मे मुझे मिला था। यह कविता मुझे काफी अच्छी और प्रेरणा स्त्रोत लगी। तब से यह शब्द मेरी जिन्दगी का अहम् और चुनिन्दा शब्द बन गया है। मूल कविता यहाँ पर दी गई है उम्मीद है आपको भी पसंद आएगी, इस सेक्शन मे आप चुनिंदा कवियों ,लेखकों ,विचारको के विचार इस मुख पृष्ट पर पाएंगे। Copyright© Desh Raj Sirswal