दिल में न हो जुर्रत तो मुहब्बत नहीं मिलती
ख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती
कुछ लोग यूँ ही शहर में हम से भी ख़फ़ा हैं
हर एक से अपनी भी तबीयत नहीं मिलती
देखा था जिसे मैं ने कोई और था शायद
वो कौन है जिस से तेरी सूरत नहीं मिलती
हँसते हुये चेहरों से है बाज़ार की ज़ीनत
रोने को यहाँ वैसे भी फ़ुर्सत नहीं मिलती
Cited from:http://hi.literature.wikia.com/wiki ,dated:07-06-2008
ख़ैरात में इतनी बड़ी दौलत नहीं मिलती
कुछ लोग यूँ ही शहर में हम से भी ख़फ़ा हैं
हर एक से अपनी भी तबीयत नहीं मिलती
देखा था जिसे मैं ने कोई और था शायद
वो कौन है जिस से तेरी सूरत नहीं मिलती
हँसते हुये चेहरों से है बाज़ार की ज़ीनत
रोने को यहाँ वैसे भी फ़ुर्सत नहीं मिलती
Cited from:http://hi.literature.wikia.com/wiki ,dated:07-06-2008